आ अब लौट चले !


आ अब लौट चले !
आ रही है नई किरण
नया जोश नई तरंग
आ अब लौट चले !

आ रहे है नये-नये उद्योग
अब न होगा बेरोजगारी
अब न होगा अपनों से दूरी
आ अब लौट चले !

मान मिलेगा सम्मान मिलेगा
देश विदेश से प्यार मिलेगा
अपना भी एक पहचान मिलेगा
आ अब लौट चले !

हम हो गये थे इतिहास
अब फिर से हम आदर्श बनेंगे
अब लोग हमारे राह पे चलेंगे
आ अब लौट चले !

पुराना पाटलिपुत्र लौट रहा है
हम से ये कह रहा है
अब न इसे खोना कभी
आ अब लौट चले !!!
~~~~साधना सिंह


यही सोच में पड़ी हूँ कैसे कहूँ अलविदा !!!


सभी कर रहे है इस साल को अलविदा !

सोची चलो मै भी करती हूँ ,

पर कैसे करू इसे विदा

ये सोच में पड़ी हूँ,


वो लम्हें वो यादें

जो मुझे जीना सिखाया

उसे कैसे करू विदा

यही सोच में पड़ी हूँ कैसे कहूँ अलविदा !


वो बीती हुई बातें ख्यालो में आ रही है

मेरे मन मष्तिक से गुजर रही है

यही सोच में पड़ी हूँ ,

कैसे कहूँ अलविदा !


एक-एक कर यादों को बटोर रही हूँ

अपनी दामन में समेट रही हूँ

कही वक्त आने पे, काम आ जाये

यही सोच के गठरी बांधे जा रही हूँ !


कुछ खुशियाँ कुछ गम समेटे

बैठी हूँ इस पल ,

क्या रखूँ और क्या विदा करूँ

यही सोच रही हूँ, हर पल !


कैसे!!!! विदा करूँ? मेरे गिरिधर गोपाल को

जब मै राह भटक रही थी

उन्होंने मुझे पथ दिखलाया

सही राह पर चलना सिखलाया!


मैं तो कर ली फैसला अभी !

न करना अलविदा कभी

बीते हुए साल को समेट लेती हूँ

अपने आँचल से बांध, दिल में छुपा लेती हूँ !


इसी के साथ नए साल की शुभ कामनाएँ मै देती हूँ

नई उम्मीदें अपनी नजरो में भर लेती हूँ

चलो फिर एक बार नये साल का स्वागत करती हूँ !


बस! इतना सीख देती हूँ ,

जब भी राह भटकना

उस बीते हुए पल की पोटली को खोलना

जो वो पथ दिखलाये उसी पथ पे चलना !!!!!!!!!!! ,


........साधना सिंह

अपना हाथ आगे बढाइये



एड्स दुनिया भर में तेजी से पांव पसारते जा रहे हैंएचआईवी पॉजिटिव होने का मतलब आमतौर पर जिंदगी का अंत मान लिया जाता है, लेकिन यह अधूरा सच है। अगर डॉक्टरों की सलाह के मुताबिक चला जाए तो एचआईवी पॉजिटिव लोग भी लंबे समय तक सामान्य जीवन जी सकते हैं। हमारी NGO प्रतिज्ञा सामाजिक सेवा संस्थान ने बिहार में एड्स से पीड़ित बच्चो और महिलाओ के लिए, पहला कदम उठाने जा रही है ,हमारी संस्था एड्स से पीड़ित २० बच्चो को गोद ले रही , उन बच्चो का घर ,खाना, शिक्षा और उनकी चिकित्सा , ये सब सुविधाएँ , प्रतिज्ञा सामाजिक सेवा संस्थान द्रुरा दी जा रही हैफिलहाल हमें सरकार से किसी भी तह की सुविधा नहीं मिलने के कारण ,इन बच्चो को आपकी हेल्प की ज़रुरत हैअगर आप इन बच्चो के लिए आपना हाथ आगे बढाना चाहते है, तो मुझे इस ईमेल पते पर संपर्क करेprtigya123456@rediffmail.com

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साधना सिंह .


किसानो को हल्दवानी के लिए रवाना
करते प्रतिज्ञा के संस्थाकर्मी